
सोना में निवेश करने वालों को जबरदस्त रिटर्न मिला, इस साल सोने के भाव में ज्यादा की तेजी देखने को मिली
नई दिल्ली
आज 2020 साल का आखिरी दिन है। कोरोना वायरस महामारी समेत कई अन्य वजहों से यह साल हम सभी को याद रहेगा। सोना में निवेश करने वाले लोगों के लिए भी यह साल यादगार रहा है। महामारी की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता के बीच सोने के दाम में लगातार रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली है। हालांकि, कोविड-19 वैक्सीन को लेकर सामने आई खबरों में रिकवरी की उम्मीद भी बढ़ाई है। लेकिन, कई महीनों तक रिकॉर्ड तेजी के बाद ही सोने के भाव में गिरावट देखने को मिली। पीली धातु में इस साल अब तक करीब 26 फीसदी तक का रिटर्न मिला है।
9 साल बाद निवेशकों को सबसे ज्यादा रिटर्न मिला
साल 2011 के बाद 2020 भी निवेशकों के लिए बेहतर रहा है। 2011 में सोना ने 28 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया था। अब जानकारों का कहना है कि आगे भी सोने के भाव में तेजी का दौर देखने को मिलेगा। 2020 में सालाना तौर पर गोल्ड का भाव 32 फीसदी चढ़ा है। इसके पहले 2008 में ही वित्तीय संकट के दौरान सोने के भाव 37 फीसदी से ज्यादा महंगा हुआ था।
कोरोना वायरस महामारी के बाद लगातार बढ़ा भाव
इस साल के शुरुआत में सोने का डोमेस्टिक बेंचमार्क रेट 39,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर शुरू हुआ था। कोरोना वायरस आउटब्रेक से पहले यह 3 फीसदी के दायरे में ही था। लेकिन, अप्रैल तक यह भाव 46,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया। इसके बाद मई में यह 47,000 रुपये और जून में 49,000 रुपये पर पहुंच गया।
जोखिम से बचने के लिए निवेशकों ने सुरक्षित विकल्प को चुना
दरअसल, जब बाजार में जोखिम से बचने की प्रवृत्ति देखने को मिलती है। तब गोल्ड के भाव को सपोर्ट मिलता है। खासकर जब स्टॉक्स से निवेशकों का मोहभंग होता है और वो सुरक्षित निवेश विकल्प में रुचि दिखाते हैं। कीमती धातु और बॉन्ड्स ही सुरक्षित निवेश विकल्प माने जाते हैं। यही कारण रहा कि अगस्त महीने में सोने का भाव 57,100 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव के साथ अब तक सबसे उपरी स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, इसके बाद के महीनों में इसमें गिरावट भी देखने को मिली है। कोविड-19 वैक्सीन की उम्मीदों ने सोने के भाव गिराने में मददगार साबित रहे। अभी भी सोने का भाव 50,000 रुपये के आसपास ही कारोबार करते नजर आ रहा है।
Those investing in gold got tremendous returns, this year saw a rise in the price of gold.